प्यारे बच्चों आज हम आपको UP Board Solutions For Class 8 Hindi Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) का Solutions देने जा रहे है। बच्चों यह UP Board Class 8 Hindi Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) Solutions आपके बहुत काम आयेगा चाहे आप अपना होमवर्क कर रहे हों या तो आप अपने आने वाले परीक्षा की तयारी कर रहें है।
Dear Students In This Page We Will Share With You UP Board Solutions For Class 8 Hindi Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) Solutions. Students This UP Board Class 8 Hindi Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) Solutions It Will Be Very Useful For You Whether You Are Doing Your Homework Or You Are Preparing For Your Upcoming Exam. UP Board Solutions For Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) PDF Download, UP Board Solutions For Class 8 Hindi.
बच्चो इस पेज पे आपको UP Board Hindi Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) के सभी प्रश्नों के उत्तर को बहुत ही अच्छे और विस्तार पूर्वक बताया गया है। जिससे आप सभी को स्टूडेंट्स को बहुत ही आसानी से समझ में आ जाये। बच्चों सभी पर्श्नो के उत्तर Latest UP Board Class 8 Hindi Syllabus के आधार पर बताया गया है। बच्चों यह सोलूशन्स को हिंदी मेडिअम के स्टूडेंट्स को ध्यान में रख कर बनाये गए है |
Class 8 Hindi
Chapter 16
पाठ- 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व)
पाठ का सारांश
राजा राममोहन राय का जन्म पश्चिम बंगाल में 11 मई, 1772 ई० को हुगली जिले के राधानगर गाँव में हुआ। इनके पिता का नाम रमाकांत राय और माता का नाम तारिणी देवी था। इनकी आरम्भिक शिक्षा घर पर बांग्ला भाषा में हुई। पटना से उन्होंने अरबी तथा फारसी की उच्च शिक्षा प्राप्त करके काशी में संस्कृत का अध्ययन किया। उन्होंने अँग्रेजी भी मन लगाकर पढ़ी। वेदान्त और उपनिषदों के प्रभाव से इनको दृष्टिकोण उदारवादी था।
इन्होंने तिब्बत जाकर बौद्ध धर्म का अध्ययन किया। लौटने पर विवाह होने के बाद पारिवारिक निर्वाह के लिए ईस्ट इण्डिया कम्पनी में क्लर्क के पद पर नौकरी कर ली। नौकरी के समय अँग्रेजी, लैटिन और ग्रीक भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया। 40 वर्ष की उम्र में नौकरी छोड़कर ये कोलकाता में रहकर समाजसेवा में लग गए। इस दिशा में इन्होंने सती–प्रथा का विरोध, अन्धविश्वासों का विरोध, बहु-विवाह विरोध और जाति प्रथा का विरोध किया। विधवाओं के पुनर्विवाह और पुत्रियों को पिता की सम्पत्ति दिलवाने की दिशा में कार्य किया।
उदारवादी दृष्टिकोण के कारण इन्होंने ‘आत्मीय सभा’ बनाई जिसका उद्देश्य “ईश्वर एक है” का प्रचार था। एक ईश्वर की अवधारणा को स्पष्ट करने के लिए ‘ब्रह्मसभा’ की स्थापना की, जिसका बाद में नाम बदलकर ‘ब्रह्मसमाज’ रख दिया। इसमें सभी धर्मों की अच्छी बातों का समावेश था। सन् 1821 ई० में ‘संवाद-कौमुदी’ बांग्ला साप्ताहिक पत्र प्रकाशित किया। फिर फारसी में अखबार प्रकाशित किया। वे अँग्रेजी शिक्षा के पक्षघर थे। सन् 1824 ई० में उन्होंने वेदान्त कॉलेज की स्थापना की। जिसमें भारतीय विद्या के अलावा सामाजिक व भौतिक विज्ञान भी पढ़ाई जाती थी।
राजा राममोहन राय ने प्रशासन में सुधार के लिए आन्दोलन किया। ईस्ट इण्डिया कम्पनी के विरुद्ध शिकायत ‘ लेकर 8 अप्रैल 1831 ई० को इंग्लैण्ड गए। वे पेरिस भी गए। 27 सितम्बर 1833 ई० में उनकी मृत्यु हो गई।
अभ्यास
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
प्रश्न 1.
राजा राममोहन राय ने तिब्बत में किसका अधययन किया?
उत्तर :
राजा राममोहन राय ने तिब्बत में बौद्ध धर्म का अध्ययन किया।
प्रश्न 2.
“आत्मीय सभा” में किस विचार धारा के लोग थे ? इसका प्रमुख उद्देश्य क्या था? ,
उत्तर :
‘आत्मीय सभा’ में उदारवादी दृष्टिकोण के लोग थे। इसका मुख्य उद्देश्य ‘एक ईश्वर’ का प्रचार करना था।
प्रश्न 3.
“वेदान्त कॉलेज” की स्थापना किसने की ? इसमें किन-किन विषयों की शिक्षा : दी जाती थी?
उत्तर :
‘वेदान्त कालेज’ की स्थापना सन् 1825 ई० में हुई। इसमें भारतीय विद्या के अलावा सामाजिक और भौतिक विज्ञान की शिक्षा भी दी जाती थी।
प्रश्न 4.
राम मोहन राय के समाज सुधार संबंधी कार्यों को लिखिए।
उत्तर :
राजा राममोहन राय ने समाज सुधार संबंधी अनेक कार्य किए। उनके प्रयास से सती प्रथा पर रोक लगी तथा बाल विवाह के संबंध में लोगों को जागरुक किया। इन्होंने अंधविश्वास के विरुद्ध भी बहुत सारे कार्य किए।
प्रश्न 5.
कॉलम ‘अ’ और कॉलम ‘ब’ के वाक्यांशों को मिलाकर सही वाक्य बनाइए। (सही वाक्य बनाकर)
‘अ’ ‘ब’
• राजा राममोहन राय का जन्म – 22 मई, 1772 ई० को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गाँव में हुआ था। पारिवारिक जीवन के निर्वाह के लिए उन्होंने – ईस्ट इण्डिया कम्पनी में क्लर्क की नौकरी कर ली।
• ईश्वर एक है की अवधारणा को स्पष्ट – ‘ब्रहम सभा’ की स्थापना की। करने के लिए
• ‘संवाद कौमुदी’ बंगला साप्ताहिक पत्र – सन् 1821 में प्रकाशित किया।
प्रश्न 6.
सत्य कथन के सामने सही (✓) तथा असत्य कथन के सामने गलत (✗) को निशान लगाइए। (सही-गलत का निशान लगाकर)
• राजा राममोहन राय की माता विदुषी महिला थीं। (✓)
• राजा राममोहन राय ने सभी कार्य आजादी के लिए किए। (✗)
• मुगल सम्राट ने राममोहन राय को ‘राजा’ की उपाधि दी। (✓)
• ब्रह्मसभा को नाम बदलकर ब्रह्मसमाज कर दिया गया। (✓)
प्रश्न 7.
रिक्त स्था की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)
- काशी में राममोहन राय ने संस्कृत का भी अध्ययन किया।
- ब्रहमसभा का नाम बदलकर ब्रह्मसमाज कर दिया गया।
- राजा राममोहन राय का कहना था कि मैं केवल अन्धविश्वास की आलोचना करता हूँ, न कि धर्म की।
प्रश्न 8.
निम्न शीर्षकों के आधार पर राजा राममोहन राय पर लेख लिखिए जन्म तथा माता-पिता, शिक्षा समाज सुधार के कार्य।
उत्तर :
नोट – विद्यार्थी उक्त शीर्षकों के आधार पर राजा राममोहन राय पर लेख हेतु पाठ का सारांश पढ़ें।
बच्चो हम उम्मीद हमारे इस पेज पर दी गई UP Board Solutions For Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) Solutions आपकी स्टडी में कुछ उपयोगी साबित हुए होंगे। बच्चों अगर आप में से किसी का भी पेज पर दिए गये UP Board Solutions For Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) से रिलेटेड कोई भी किसी भी प्रकार का डॉउट हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूंछ सकते है।
बच्चे यदि आपको इस UP Board Solutions For Class 8 Hindi Chapter 16 राजा राममोहन राय (महान व्यक्तित्व) Solutions से आपको हेल्प मिली हो तो आप इन्हे अपने Classmates & Friends के साथ शेयर करिये ताकि आपके दोस्त भी अच्छे से पढ़ पाए।