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Class 8 Sanskrit
Chapter 14
वाराणसी नगरी
शब्दार्थाः-विराजमाना = स्थित, पुरातनम् = प्राचीन, अत्रत्य = यहाँ के, अत्रैव = यहीं, विराजते। = सुशोभित होता है।, विस्तरेण = विस्तार से, इहैव = यहीं पर, मुमुक्षु = मोक्ष का इच्छुक।
अस्माकं देशे ……………………………… मन्दिरम् च ।।
हिन्दी अनुवाद-हमारे देश में बहुत से तीर्थस्थान हैं। उनमें वाराणसी भी एक प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। यह ‘काशी’ नाम से प्रसिद्ध है। यह पुण्यप्रद सबसे प्राचीन तीर्थस्थान है। अनेक प्राचीन ग्रन्थों में इसकी महिमा वर्णित है। स्कन्दपुराण के काशीखण्ड में इस वाराणसी का विस्तार से वर्णन है।।
यह नगरी गंगा के पवित्र तट पर विराजमान है। यहीं विश्वनाथ का प्रसिद्ध सुवर्णचूड़ मन्दिर है। अन्य भी बहुत से देवमन्दिर आदि हैं। संकटमोचन मन्दिर, नवीन विश्वनाथ मन्दिर, दुर्गामन्दिर, कालभैरव मन्दिर और तुलसी मानस मन्दिर। ।
वाराणस्यां …………………………………… आगच्छन्ति ।
हिन्दी अनुवाद-गंगा वाराणसी के उत्तर में बहती है। इसके किनारे अनेक सुन्दर घाट हैं। इसके प्रसिद्ध घाटों में दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद, तुलसी, पंचगंगा आदि अन्य घाट भी हैं, जहाँ प्रातः और शाम के समय विशाल जनसमूह आती है। वहाँ कुछ स्नान करते हैं, कुछ सन्ध्या वन्दना करते हैं, कुछ कथा सुनते हैं और कुछ नौका विहार करते हैं।
यहाँ पिशाचमोचन नामक एक तीर्थ है, जहाँ आकर यात्री पितरों का श्राद्ध किया करते हैं। शिवरात्रि के दिन यहाँ विशेष रूप में मेला लगता है। ग्रहण के समय में भी यहाँ अत्यधिक जन समुदाय एकत्रित होता है। यहाँ गंगा में स्नान और श्री विश्वनाथ के दर्शन के लिए सदैव भिन्न-भिन्न प्रदेशों के लोग आते हैं।
वाराणसी ……………………………………….. अपि अस्ति ।
हिन्दी अनुवाद-वाराणसी भारत का सुप्रसिद्ध विद्याकेन्द्र भी है। यहाँ बहुत प्राचीन काल से पठन-पाठन की परम्परा शोभित है। यहाँ अनेक प्रसिद्ध पण्डित हुए। आज भी यहाँ के पण्डितों की देश-विदेश में सर्वत्र प्रतिष्ठा होती है। विश्वविख्यात हिन्दू विश्वविद्यालय यहाँ विराजमान है। संस्कृत शिक्षा का प्रसिद्ध केन्द्र, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय भी इसकी शोभा बढ़ाता है। यहाँ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ है।।
यहाँ अनेक पर्यटन स्थल हैं। विश्व प्रसिद्ध सारनाथ स्थित बौद्ध मन्दिर यहाँ स्थित है। यहाँ भगवान बुद्ध ने प्रथम ज्ञान का उपदेश शिष्यों को दिया था। यहीं ‘भारतमाता’ नाम का मन्दिर भी है।
वाराणसी …………………………………………. नगरी अस्ति ।
हिन्दी अनुवाद-वाराणसी हमारा पवित्र तीर्थस्थान, विद्या का विश्वविख्यात केन्द्र, तुलसीदास, कबीरदास और रविदास की साधना भूमि और मोक्ष प्राप्त करने वालों की मुक्तिदायिनी नगरी है।
अभ्यासः
प्रश्न 1.
उच्चारण कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
उत्तर
नोट-विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरत
(क) इयं नगरी कस्याः पवित्रतटे विराजमाना अस्ति?
उत्तर
गङ्गायाः।
(ख) पितृणां श्राद्धक्रिया कुत्र भवति?
उत्तर
पिशाचमोचने।
(ग) भारतमाता-मन्दिरं कुत्र अस्ति?
उत्तर
सारनाथे।
(घ) भगवान् बुद्धः शिष्येभ्यः प्रथमज्ञानोपदेशं कुत्र अददात्?
उत्तर
सारनाथे।
प्रश्न 3.
मजूषातः पदानि चित्वा वाक्यानि पूरयत (पूरा करके)-
उत्तर
(क) स्कन्दपुराणस्य विश्वनाथस्य अस्याः वाराणस्याः विस्तरेण वर्णनं वर्तते।
(ख) अत्रैव काशीखण्डे प्रसिद्धं सुवर्णचूड मन्दिरम् अस्ति।
(ग) वाराणस्यां गङ्गायाः तीरे अनेके मनोहराः घट्टाः सन्ति।
(घ) ग्रहणसमये अपि अत्र महान् जनसमुदायः एकत्र भवति।
(ङ) वाराणसी भारतस्य सुप्रसिद्धं पुरातनं विद्याकेन्द्रमपि अस्ति।
प्रश्न 4.
अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत (वाक्य रचकर)-
उत्तर
यथा – फलानि | – ते फलानि खादन्ति।।
(क) तीर्थस्थानानि – भारते बहूनि तीर्थस्थानानि सन्ति।
(ख) बहूनि – तत्र बहूनि चित्राणि सन्ति।
(ग) अनेकानि – अनेकानि पत्राणि पतन्ति।
(घ) मन्दिराणि – बहूनि मन्दिराणि शोभन्ते।
प्रश्न 5.
भिन्नवर्गस्य पदं चिनुत (चुनकर – भिन्नवर्ग
उत्तर

प्रश्न 6.
रेखाङकितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत (करके)-
यथा- वाराणस्यां गङ्गा उत्तरवाहिनी जाता।।
वाराणस्यां को उत्तरावाहिनी जाता?
(क) अत्रैव विश्वनाथस्य प्रसिद्धं सुवर्णचूडं मन्दिरम् अस्ति।
उत्तर
अत्रैव कस्य प्रसिद्धं सुवर्णचूडं मन्दिरम् अस्ति?
(ख) वाराणस्यां गङ्गा उत्तरवाहिनी जाता।
उत्तर
वाराणस्यां का उत्तरवाहिनी जाता?
(ग) शिक्षायाः विश्वविख्यातं केन्द्र हिन्दूविश्वविद्यालयः अस्ति।
उत्तर
कस्याः विश्वविख्यातः केन्द्रः हिन्दूविश्वविद्यालयः अस्ति?
(घ) भगवान् बुद्धः प्रथमं ज्ञानोपदेशं शिष्येभ्यः अददात्।
उत्तर
भगवान बुद्धः प्रथमं ज्ञानोपदेशं केभ्यः अददात्?
(ङ) वाराणसी अस्माकं पवित्र तीर्थस्थानम् अस्ति।
उत्तर
वाराणसी केषाम् पवित्र तीर्थस्थानम् अस्ति?
प्रश्न 7.
उदाहरणानुसारं रूपाणि लिखत (लिखकर)-
उत्तर

• नोट – विद्यार्थी शिक्षण-सङ्केत’ स्वयं करें।
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